चुनावों का मौसम ही कुछ ऐसा है की जो भी किया जाए किसी ना किसी हंगामे को अंज़ाम देता है और अगर बात धर्म संप्रदाय से जुड़ी हो तो फिर तो बवाल मचना तय है. कुछ ऐसा ही हो रहा है.
संप्रदायिक हिंसा विरोधी बिल को लेकर बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी ने केंद्र सरकार पर एक बार फिर निशाना साधा है। उन्होंने सांप्रदायिक हिंसा विरोधी बिल का विरोध करते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को चिट्ठी लिखी है। मोदी ने कहा है कि सांप्रदायिक हिंसा विरोधी बिल से समाज बंटेगा।
भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिख कर सांप्रदायिक हिंसा विधेयक का विरोध किया और कहा कि प्रस्तावित विधेयक ‘तबाही का नुस्खा’ है और इसे सीधे तौर पर वोट की राजनीति करने के संकेत दिए है.
तो आज हमारा सवाल यही है की क्या ये एक वोट का बिल है? देखिए हमारा खास कार्यक्रम "आज का मुद्दा"