RSS chief Mohan Bhagwat has pitched for a review of the reservation policy, contending it has been used for political ends and suggesting setting up of an apolitical committee to examine who needs the facility and for how long. He said though "interest groups" do get formed in democracy, aspirations of one section should not be met at the cost of others.
आरक्षण पर राजनीति और उसके दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने सुझाव दिया है कि एक समिति बनाई जानी चाहिए जो यह तय करे कि कितने लोगों को और कितने दिनों तक आरक्षण की आवश्यकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसी समिति में राजनीतिकों से ज्यादा ‘सेवाभावियों’ का महत्व होना चाहिए। आरक्षण देने की बढ़ती मांगों की पृष्ठभूमि में संघ के संरसंघचालक मोहन भागवत ने अपने संगठन के मुखपत्रों पांचजन्य और आर्गेनाइजर में दिए साक्षात्कार में यह सुझाव दिया है। उनके इस सुझाव पर ख़ास बातचीत आरएसएस विचारक राकेश सिन्हा के साथ