पानी...पानी और सिर्फ पानी। जी हां ये नजारा है इलाहाबाद का। संगमनगरी कहे जाने वाले इस शहर का दो तिहाई हिस्सा पानी से घिर गया है। आलम यह है कि देखते ही देखते मकान पानी में समा जा रहे हैं। गंगा, यमुना और सहयोगी नदियों में उफान इतना है कि 7 तहसीलों के 223 गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। प्रशासन ने गंगापार, यमुनापार इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है।
इधर कानपुर में भी हालात कम नहीं है, स्थिति ये है कि यहां 24 घंटे में दर्जनों कच्चे मकान गिर गए और 11 लोगों की मौत हो गई। बांदा में केन और यमुना नदी, खतरे के निशान से दो मीटर ऊपर बह रही हैं।