कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष त्रयोदशी 28 अक्तूबर शुक्रवार को धनतेरस मनाया जाएगा, लेकिन पंडितों के अनुसार धनतेरस गुरूवार यानि आज से ही शुरू है। इसका कारण यह है कि इस बार कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी 27 अक्टूबर शाम 5.12 से 28 अक्टूबर की शाम 6.17 बजे तक रहेगी। इसलिए आज शाम से धनतेरस का मुहूर्त प्रारंभ हो जाएगा, जबकि पूजा-पाठ, खरीदारी इत्यादि कल कर सकेंगे।
पंडि़त दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली के अनुसार धन्वन्तरि जयन्ती तथा धनतेरस का परम पुनीत एवं शुभफल दायक पर्व 28 अक्टूबर 2016 दिन शुक्रवार को मनाया जाएगा। इस दिन गृहोपयोगी सामान खरीदने की प्राचीन परम्परा है। धन तेरस (धन्वन्तरी जयन्ती ) के दिन हर्षोल्लास के साथ माता लक्ष्मी का पूजा कर बर्तन आदि की खरीददारी कर घर लाना अति शुभफल दायक होता है। ज्योतिर्विद पं दिवाकर ने बताया कि ऐसी मान्यता है कि समुद्र मंथन के समय कलश के साथ माता लक्ष्मी का अवतरण हुआ उसी के प्रतीक के रूप में ऐश्वर्य वृद्धि, सौभाग्य वृद्धि के लिए बर्तन खरीदने की परम्परा शुरू हुई। इस दिन स्थिर लग्न में बर्तन आदि सहित कोई भी धातु खरीदना शुभफल दायक होता है ।
ज्योर्तिविद पं. दिवाकर त्रिपाठी 'पूर्वांचली' के अनुसार त्रयोदशी तिथि का मान 27 अक्तूबर गुरुवार को शाम 5:12 से 28 अक्तूबर को शाम 6:17 तक है। इसलिए त्रयोदशी तिथि सूर्योदय से शाम 6:17 तक रहेगा। इस दिन हस्त नक्षत्र, वैधृति योग और अमृत योग व्यात रहेगी। इस दिन लक्ष्मी पूजन की शुभ मुहूर्त प्रदोष काल और वृष लग्न शाम 6:29 से 7:50 बजे तक है।
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