शहर और सटे गांवों में बंदरों के आतंक को कम करने के लिए वन विभाग ने कमर कस ली है। विभाग बंदरों को पकड़कर जंगल भेजने लगा है। जिससे इलाके में बंदरों के नुकसान से लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है। लोगों ने बंदरों की नसबंदी कराने की भी गुहार लगाई है।
मेहनरबूंगा, कठायतबाडा, सैंज, कफलखेत, चौरासी, ठाकुरद्वारा आदि स्थानों पर खटकने बंदरों का लंबे समय से आतंक छाया हुआ है। बंदर कई लोगों को घायल भी कर चुके हैं। डीएफओ एमबी सिंह के निर्देश पर वन विभाग ने बंदरों को पकड़ने का बीड़ा उठाया है। वन दरोगा प्रयाग दत्त भट्ट ने बताया कि कठायतबाड़ा और मेहनरबूंगा से 60 बंदर पकड़ लिए गए हैं। मथुरा से आई टीम बंदरों को पकड़ रही है। उन्होंने बताया कि बंदरों को दूर जंगल छोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि यह अभियान अभी जारी रहेगा। टीम के अमरूदीन, वसीम, इमरान आदि ने बताया कि वे एक दिन में 100 से अधिक बंदर पकड़ लेते हैं। लेकिन पहाड़ में यह संभव नहीं हो पा रहा है। उधर ग्रामीणों ने बंदरों की नसबंदी के बाद जंगल छोड़ने की गुहार लगाई है।