उद्घाटन के एक दिन पहले ही टूटी गंगा पंपनहर परियोजना का पूरा सच। दरअसल 40 साल और 389 करोड़ खर्च होने के बाद भी पूरी नहीं हो पायी गंग नहर परियोजना
अविभाजित बिहार में 40 साल पहले बटेश्वर सिंचाई परिजयोजना शुरू की गई थी। उस समय 13 करोड़ 83 लाख खर्च होना था। उसे पांच साल में पूरा होना था लेकिन अभी तक 389.31 करोड़ खर्च होने के बाद भी योजना पूरी नहीं हो पाई। बिहार और झारखंड के 27603 हेक्टेयर खेतों को सालों भर पानी देने के लक्ष्य से यह योजना बनी थी। इसमें गंगा नदी से पानी लेना है इसलिए पानी की उपलब्धता सालों भर बनी रहेगी। लेकिन आरोप है कि यह योजना इंजीनियर और ठेकेदारों को भेंट चढ़ गई। इसकी गुणवत्ता पर शुरू से सवाल उठते रहे हैं।
40 सालों में 13 करोड़ की योजना 8.28 करोड़ में तब्दील
अविभाजित बिहार में 40 साल पहले बटेश्वर सिंचाई परिजयोजना शुरू की गई थी। उस समय पांच साल में पूरा होने वाले इस प्रोजेक्ट में 13 करोड़ 83 लाख खर्च होना था। लेकिन इस योजना में अब तक कुल 40 साल लग चुके हैं और 13 करोड़ रुपये खर्च होने के बदले अब तक अभी तक 389.31 करोड़ खर्च हो चुके हैं लेकिन अब भी इसमें ढेर सारे काम बचे हैं जिन्हें पूरा करने में खर्च की राशि 800 करोडृ़ को पार कर जाएगी।