आश्विन शुक्ल एकादशी यानी एक अक्तूबर की तारीख। शाम का वक्त और नाटी इमली का एतिहासिक मैदान। एक साथ सैकड़ों डमरुओं की गूंज के बीच हर-हर महादेव का उद्घोष। मैदान से लेकर चारों और बने भवनों की छतों पर सिर्फ लोग ही लोग नजर आ रहे हैं। श्रीचित्रकूट रामलीला समिति की रामलीला के अंतर्गत होने वाली भरत मिलाप की लीला के दर्शन करने के लिए एक लाख से अधिक नर-नारियों और बच्चों की भीड़ जुट चुकी है।