फारबिसगंज(अररिया) में पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार शरीर पर किरोसीन छिड़क प्रशासन के लावलश्कर के सामने आत्मदाह करने पहुंचे वार्ड पार्षद।
दरअसल पूरी कहानी शुरू होती है शुक्रवार से जब वार्ड में बाढ़ राहत, पेंशन, आवास किस्त, सफाई और प्रकाश की व्यवस्था सहित कई मुद्दे को लेकर वार्ड पार्षद व नप में सशक्त स्थायी समिति के सदस्य अमित कुमार साह ने शनिवार के पांच बजे आत्मदाह करने की घोषणा की। अमित की ओर से पूरे शहर में प्रचार प्रसार कराया गया कि वे 05 बजे आत्मदाह करेंगे। उन्होंने समर्थन में समाजसेवी और समर्थकों से स्थानीय छुआपट्टी चौक पर जमा होने की अपील की।
शनिवार को दो घंटा पहले ही हजारों लोग के साथ साथ प्रशासन और पुलिस की टीम इस हाईवोल्टेज ड्रामा का गवाह बनने को मौजूद थी। फारबिसगंज एसडीओ अनिल कुमार थाना में बैठकर मामले की मॉनेटरिंग कर रहे थे। घटना को लेकर घंटो शहर का यातायात प्रभावित रहा। पूर्व निर्धारित समय पर शरीर पर किरोसीन छिड़क आत्मदाह करने पहुंचे वार्ड पार्षद व नप मे सशक्त स्थायी समिति के सदस्य अमित कुमार साह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। भीड़ के बीच ले जाने की कोशिश की गई। घटनास्थल से पुलिस को निकलने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं भीड़ ने कार्यपालक पदाधिकारी के वाहन में तोड़फोड़ की। महिला और पुरूष समर्थकों ने पुलिस के साथ धक्का-मुक्की भी की। इस दौरान भीड़ में कार्यपालक पदाधिकारी की खूब फजीहत की। गिरफ्तार पार्षद को देर रात छोड़ दिया गया।
इस संबंध में फारबिसगंज एसडीओ अनिल कुमार ने कहा कि एहतियात के तौर पर वार्ड पार्षद अमित कुमार साह को हिरासत में लिया गया है। वार्ड पार्षद के द्वारा सस्ती लोकप्रियता हांसिल करने के लिए यह काम किया गया है। जिस तरह की उनकी मांगे थी उसे 24 घंटे में पूरा नहीं किया जा सकता है। वहीं पार्षद अमित ने कहा कि समस्याओं के खिलाफ उनका संघर्ष चलता रहेगा।
कमीशन का सारा खेल
फारबिसगंज नप के वार्ड पार्षद और सशक्त स्थायी समिति के सदस्य अमित कुमार साह के द्वारा किए गए आत्मदाह का प्रयास और खोली गयी नप की पोल के बाद यह बात स्पष्ट हो गया कि नप की सेहत ठीक नहीं है।
अगर सशक्त स्थायी समिति के सदस्य की बात पर यकीन करें तो कमीशन ने नप की कमर तोड़ दी है और इस मकरजाल से निकल पाना नप के ल