भीषण गर्मी में फरीदाबाद स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर प्रसव पीड़ा से महिला बिलख रही थी, पास में बैठे उसके दो बच्चे अपनी मां को रोते देख खुद भी रो रहे थे। स्टेशन पर ट्रेन दो मिनट के ठहराव के बाद आ-जा रही थी। यात्री वहां से गुजर रहे थे। इस शोर शराबे में टीन शैड के खंभे की ओट में बैठी महिला के बिलखने की किसी ने आवाज नहीं सुनी। किसी को यह तक नहीं पता चला कि यहां महिला एक बच्चे को जन्म दे रही है।