प्रद्युम्न की गला कटने के 90 सेकेंड बाद मौत हो गई थी। किसी भी सूरत में मासूम की जान को नहीं बचाया जा सकता है। श्वांस नली कटने के बाद जान बचाना संभव नहीं है। ये खुलासा डॉक्टर दीपक माथुर ने किया है। रेयान मामले में मृतक का पोस्टमार्टम करने वाले डॉ. दीपक माथुर ने गुरुवार को 'हिन्दुस्तान' से विशेष बातचीत की
http://www.livehindustan.com/ncr/gurgaon/story-charge-sheet-will-be-filed-within-short-time-in-pradyuman-death-case-gurugram-commissioner-on-ryan-international-school-murder-case-1510300.html