फर्रुखाबाद के डीएम रविंद्र कुमार ने भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी पर नकेल कसने को एक नायाब तरीका अपनाया। उन्होंने 576 कर्मचारियों और अधिकारियों को सेंट्रल जेल ले जाकर विभिन्न मामलों में बंद कर्मचारियों व अधिकारियों से मुलाकात कराई। कर्मचारियों से उनकी आपबीती सुनने को भी कहा गया कि वे क्यों जेल की हवा काट रहे हैं? इस तरह उन्होंने यह संदेश दिया कि यदि भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी में लिप्तता पाई गई तो उन्हें भी इसी तरह की सजा भुगतनी पड़ सकती है।