भगवान शिव को ही इस सृष्टि का ही आरंभ और अंत माना जाता है। लेकिन सवाल ये भी है कि बगैर किसी के जन्म दिए किसी का निर्माण नहीं हो सकता है।
चाहे वह भगवान ही क्यों न हों। आज भी बहुत से लोग हैं जो यह नहीं जानते होंगे या जानने की जिज्ञासा रखते होंगे कि भगवान शिव के माता-पिता कौन हैं।
पौराणिक मान्यता के अनुसार, शिव से जुड़ी इस बात को जानने के लिए ऋषि-मुनियों में जिज्ञासा जागी। जिसके बाद ऋषि-मुनियों ने उनसे पूछ लिया कि ' हे महादेव आप सबके जन्मदाता हैं लेकिन आपका जन्मदाता कौन है?
आपके माता-पिता का क्या नाम है, इस प्रश्न का उत्तर देते हुए भगवान शिव ने कहा- हे मुनिवर मेरे जन्मदाता भगवान ब्रम्हा हैं। मुझे इस सृष्टि का निर्माण करने वाले भगवान ब्रम्हा ने जन्म दिया है।
इसके बाद ऋषियों ने एक बार फिर भगवान शिव से पूछा कि यदि वह आपके पिता हैं तो आपके दादा कौन हुए? भगवान शिव के माता-पिता !
भगवान शिव ही इस सृष्टि का आरंभ है और अंत भी.
दूसरे शब्दों में कहें तो भगवान शिव ने ही सृष्टि का आरंभ किया था और इसका अंत भी उन्हीं के हाथों होगा.
सवाल यह है कि अगर भगवान शिव से ही इस सृष्टि का आरंभ हुआ है तो क्या उन्हें किसी ने जन्म नहीं दिया होगा