A short heart touching story on father's day
मेरे पापा का बाजार में फलों का स्टोर है।
रोज स्टोर के आगे रखे बॉक्स में फलों का कचरा जमा होता था।
मैं छह साल का था तो पापा के साथ स्टोर जाता था।
पापा रोज मुझे बॉक्स का कचरा हटाने को कहते थे।
मुझे यह काम पसंद नहीं था।
पापा जब कहते तब मैं स्टोर में छिप जाता था।
एक दिन मैं कचरे का बॉक्स साफ कर रहा था
कि उसमें मुझे कचरे के बीच कुछ रुपए मिले
अगले दिन भी रुपए मिले
अब मैं रोज खुद कचरे का बॉक्स साफ करने लगा था
फिर एक दिन पता चला
वो रुपए पापा ही कचरे में छुपा दिया करते थे
हैप्पी फादर्स डे