प्रश्नकाल यानी वो सवाल जिसका पूछा जाना जरूरी है । नमस्कार मैं हूं सुशांत सिन्हा और आज का सवाल...पूरे देश में फैली एक अफवाह से जुड़ा है । बचपन में हमने-आपने सबने एक कहानी पढ़ी जिसके अंत में सवाल होता था कि कौआ कान लिए जा रहा है तो आप क्या करेंगे । अपना कान देखेंगे या कौए के पीछे भागेंगे । जवाब है कान देखेंगे । लेकिन हिन्दुस्तान इन दिनों कौए के पीछे भागा जा रहा है । मोबाइल पर एक मैसेज आता है...और बिना जांचे-परखे कि मैसेज सही है भी या नहीं, वो मैसेज देखते-देखते हजारों-लाखों लोगों के बीच फैल जाता है। हाल में ऐसा ही एक मेसेज बच्चा चुरानेवाले गिरोह को लेकर फैला और उसके बाद मैसेज पढ़ने वाले को हर उस इंसान में बच्चा चोर दिखने लगा जिसकी शक्ल समान्य इंसान से थोड़ी अलग हो । उसकी भाषा अलग हो, हुलिया अलग हो । अजीब बात है । पिछले महीने भर में देश के 11 राज्यों में इस वजह से 30 से ज्यादा लोग मारे गए हैं । हर दिन कहीं न कहीं से ये खबर आ रही है कि बच्चा चोरी की वजह से भीड़ ने पीटकर किसी को मार डाला । महाराष्ट्र के धुले में तो 5 लोगों पर 5 हजार की भीड़ टूट पड़ी । सोचिए हम क्या कर रहे हैं ? कैसे-कैसे और कहां-कहां क्या हो रहा है उसकी ग्राउंड रिपोर्ट देखिए ।