अब बात अलवर की जहां गो तस्करी के शक में एक युवक की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है....एक चश्मदीद ने दावा किया है कि घायल रकबर उसके सामने पुलिस ने पीटा और 3 घंटे तक अस्पताल नहीं ले जाया गया,,,,इस चश्मदीद का दावा है कि जब उसने रकबर को देखा तो चल फिर सकता था....रात 1 बजे उसने थाने में उसे जिंदा देखा था लेकिन गायों को गौशाला में छोड़कर जब वो रात के चार बजे वापस आया तो रकबर मर चुका था......पुलिस सिर्फ एक बयान से सवालों के घेरे में नहीं है बल्कि अस्पताल के डॉक्टर का भी कहना है कि जब रकबर को लाया गया तो उसकी मौत हो चुकी थी.....और रकबर के चेहरे पर ना तो चोट का निशान था और ना ही खून के निशान