The first day of Navratri is dedicated to worshipping Goddess Ma Shilaputri, who is described in the scriptures as the daughter of mountains. The Term ‘Shila’ means rock or mountain and the second half ‘Putri’ refers to ‘daughter’. Shilaputri is said to be highly effulgent like crores of suns and moons. She rides on a bull (Nandi) and carries a trident and lotus in her hands. She wears a moon on her forehead. But on this Navratri two devi will be worshipped on the first day.
नवरात्रि व्रत पूजा में पहले दिन होगी दो देवियों की पूजा। नवरात्र पर देवी पूजन और नौ दिन के व्रत का बहुत महत्व है। नवरात्र के नौ दिनों में मां के अलग-अलग रुपों की पूजा को शक्ति की पूजा के रुप में भी देखा जाता है। नवरात्रि के पहले दिन शैलपुत्री की पूजा होती है। शैलराज हिमालय की कन्या होने के कारण इन्हें शैलपुत्री कहा गया है। मां शैलपुत्री दाएं हाथ में त्रिशूल और बाएं हाथ में कमल का पुष्प लिए हुए हैं। इनका वाहन वृषभ है। नवदुर्गाओं में मां शैलपुत्री का महत्व और शक्तियां अनन्त हैं।