एक ऐसी बहू की कहानी जिसकी किस्मत ने उसकी ज़िंदगी की ऐसी स्क्रिप्ट लिखी कि उसने सात नहीं, 14 फेरे लिए। करीब 4 साल पहले, ये लड़की जिस घर में बहू बनकर आई थी अब उसी घर से एक बार फिर इसकी डोली उठी है। उसकी डोली उठाकर, उसकी ज़िंदगी में खुशियां भरने वाले उसके अपने सास-ससुर हैं।