बात उस आरोप की जिसने देश के सियासी गलियारों में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में सनसनी फैला दी है। भारतीय मूल के एक अमेरिकी हैकर ने दावा किया है कि ईवीएम यानी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन ना सिर्फ हैक की जा सकती है बल्कि उसे हैक कर 2014 के चुनावो में बड़े पैमाने पर वोटों की हेरफेर भी की गई थी। इल्जाम सिर्फ इतना भर नही है. हैकर का इल्ज़ाम तो ये भी है कि इस राज को छिपाने के लिए राजनीतिक हत्याएं तक कराई गईं और खुद उसपर भी जानलेवा हमला किया गया. इसी मुद्दे का गहराई से विश्लेषण करेंगे कि क्या वोटिंग मशीन वाकई मुद्दा है या फिर वोटरों को असली मुद्दों से भटकाने की एक सियासी चाल?