आज माघ मास की कथा के छब्बीसवें भाग में सुनते हैं द्रविड़ देश के राजा चितरथ की कथा| पर यहाँ पर हम आपको पहले बता दें कि माघ मास यानि हिंदी पंचांग का वो माह जिसके हर दिन को पवित्र माना जाता है। इस माह की कड़कड़ाती ठंड भी लोगों की आस्था को रोक नहीं पाती। हर रोज प्रात: काल सूर्योदय से पूर्व गंगा-यमुना सहित पवित्र नदियों व तीर्थ स्थलों पर लोग आस्था की डुबकी लगाते हैं। माघ एक ऐसा माह जो भारतीय संवत्सर का ग्यारहवां चंद्रमास व दसवां सौरमास कहलाता है। दरअसल मघा नक्षत्र युक्त पूर्णिमा होने के कारण यह महीना माघ का महीना कहलाता है। पद्मपुराण के उत्तरखंड में इसके महत्व को बताते हुए कहा गया है कि व्रत, दान और तपस्या से भी भगवान श्री हरि को उतनी प्रसन्नता नहीं होती जितनी कि माघ महीने में स्नान मात्र से होती है। जो व्यक्ति इस महीने पवित्र स्थलों पर स्नान करते हैं उन्हें स्वर्ग लाभ मिलता है। उनके सारे पाप कट जाते हैं और वे भगवान श्री हरि की प्रीति पाते हैं। तो आइये ऐसे शुभ मास में क्यों न इस माह की विशेष कथा का श्रवण कर अपने दिन को और भी ज्यादा भक्तिमय बनाया जाये| ये विशेष कथा हमसे साझा करेंगे आचार्य अजय द्विवेदी...
Maagh Maas is considered auspicious in Hindu Religion. We have Jyotishacharya Ajay Dwivedi Ji with us sharing the Maagh Maas Katha. Listen here the Maagh Maas Katha - part 26 and get the blessings and important lesson from the story. Watch the video to know more.