क्या कभी आपने 15 लाख की आबादी वाले किसी शहर में ऐसा सरकारी स्कूल देखा है, जिसमें पांच कक्षाएं तो हैं, लेकिन इस कक्षाओं में बैठने के लिए छात्र सिर्फ 6 हैं. स्कूल में इन छह छात्रों के लिए चार अध्यापक भी नियुक्त है. पहली से पांचवीं तक का ये स्कूल पांच कक्षाएं होने के बावजूद एक कमरे में संचालित होता है. ग्वालियर शहर में साल 1955 में इस स्कूल की शुरूआत हुई थी, जिसके बाद आज यह स्कूल अपनी बदहाली के आंसू बहा रहा है.