इस देश में पशुओं को सिर्फ पाला नहीं जाता, उनको भी पूजा जाता है । कुत्ता भी उन्हीं पशुओं में है । दुर्भाग्य को दूर भगाने के लिए आज भी तमाम लोग शनिवार और रविवार के दिन कुत्ते को घी से चुपड़ी रोटी खिलाते हैं । पौराणिक मान्यता है कि द्वापर युग में युधिष्ठिर के साथ स्वर्ग तक सिर्फ उनका कुत्ता पहुंचा था, जो धर्मराज का प्रतीक था । देश में आवारा कुत्तों के साथ क्रूरता को भी अपराध माना गया है और इसके लिए 1960 से ही कानून भी लागू है । फिर भी पंजाब के कई शहरों में कुछ लोग कुत्तों की खूनी लड़ाई से मन बहला रहे हैं.
इंडिया न्यूज़ ने 16 जनवरी की रात 8 बजे चंडीगढ़ और उससे सटे पंजाब के शहरों में चल रही डॉग फाइट का खुलासा किया था । हमने बताया था कि इस खेल के लिए खास नस्ल के शिकारी कुत्तों को पहले पाला जाता था । उन्हें ट्रेनिंग देकर खूंखार बनाया जाता है । फिर पिंजरे में घंटों भूखा-प्यासा रखा जाता है । ये पालतू कुत्ते जब भूख-प्यास से बेहाल होकर पागलपन की हद तक खूंखार हो जाते हैं, तब उन्हें दूसरे कुत्ते के साथ लड़ने के लिए उतार दिया जाता है । इस खेल के नाम पर सट्टेबाज़ी भी हो रही है.
इंडिया न्यूज़ पर इस खुलासे के बाद देश भर के पशु प्रेमी सकते में हैं । इस गैरकानूनी खेल का आयोजन करने वाले अब उन लोगों को धमका रहे हैं, जिन्होंने इंडिया न्यूज़ को इस वहशी खेल की जानकारी दी ।
इंडिया न्यूज़ पर खुलासे का असर भी शुरू हो गया है । चंडीगढ़ में आज पशु प्रेमी संगठनों ने डॉग फाइट के अवैध और आपराधिक खेल के खिलाफ प्रदर्शन किया । पंजाब पुलिस और सरकार भी अब जागी है । पंजाब पुलिस के अफसरों का कहना है कि कुत्तों की खूनी लड़ाई का खेल खेलने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी ।
For More Information visit us: http://www.inkhabar.com/
Connect with us on Social platform at https://www.facebook.com/Inkhabar
Connect with us on Social platform at
https://twitter.com/Inkhabar
Subscribe to our YouTube channel: https://www.youtube.com/user/itvnewsindia