आगरा. मोहब्बत की निशानी ताजमहल को बनवाने वाले शाहजहां के 364वें उर्स की शुरुआत मंगलवार को नई प्रथा के साथ हुई। इस उर्स में पहुंचे मुगलिया वंशज प्रिंस तूसी ने मामले की शिकायत दिल्ली तक पहुंचाने की बात कही है। उन्होंने उर्स की शुरुआत में हुई अजान पर सवाल उठाए हैं। कहा कि, ताजमहल इबादतगाह नहीं है। यहां अजान नहीं होनी चाहिए। फतिहा पढ़ा जाना चाहिए। उन्होंने इस मामले को सुप्रीम कोर्ट व भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के महानिदेशक से शिकायत करने का ऐलान किया है।