नई दिल्ली. नरेंद्र मोदी को एनडीए संसदीय दल का नेता चुना गया। नेता चुने जाने के बाद मोदी ने वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और अकाली दल के प्रमुख प्रकाश सिंह बादल के पैर छुए। अमित शाह और बादल ने मोदी को संसदीय दल का नेता चुनने का प्रस्ताव रखा। इसका सभी सहयोगी दलों और सांसदों ने समर्थन किया। बैठक में मोदी ने सभी सांसदों को नया नारा दिया- सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों को अब तक भ्रम में रखा गया, उनके साथ छल किया गया। इस छल में छेद करना है।
बैठक के बाद मोदी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। इससे पहले एनडीए के प्रतिनिधिमंडल ने कोविंद को संसदीय दल का नेता चुने जाने का पत्र सौंपा। एनडीए के इस बार 352 सांसद हैं, जिसमें से 303 अकेले भाजपा के हैं। मोदी 28 मई को वाराणसी जा सकते हैं। 30 मई को नए सांसद शपथ ले सकते हैं।