मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव के नतीजे इस बार कई मायनों में चौंकाने वाले रहे. इस बार जहां नोटा का असर छोटा दिखा तो वहीं इस बार एक चीज और दिलचस्प रही, वो ये कि बीजेपी और कांग्रेस के उम्मीदवारों के अलावा कोई और प्रत्याशी इतने वोट भी नहीं पा सका कि वो अपनी जमानत ही बचा पाए. आलम ये है रहा कि इस बार रण में उतरे 438 प्रत्याशियों में बीजेपी कांग्रेस के 58 प्रत्याशियों को छोड़ किसी की जमानत नहीं बची.