खन्ना (लुधियाना). पाकिस्तान में सिख युवती के धर्मांतरण के बाद अब अल्पसंख्यकों की उपेक्षा और उनसे हिंसा का एक मामला सामने आया है। यह किसी आम आदमी से नहीं, बल्कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी का है। दरअसल, इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के पूर्व विधायक बलदेव कुमार को अपने परिवार समेत जान बचाकर भारत में आना पड़ा। उन्होंने भारत में राजनीतिक शरण की मांग की है। बलदेव खैबर पख्तून ख्वा (केपीके) विधानसभा में बारीकोट (आरक्षित) सीट से 36 घंटे के विधायक रहे हैं।