वैश्विक अर्थव्यवस्था में नरमी के बीच ‘आकषर्क बिंदु’ के रूप में उभरे भारत ने 2015 में सबसे तेज आर्थिक वृद्धि के लिहाज से चीन का पीछे छोड़ दिया और नए साल में इसकी वृद्धि दर 7 से 7.5 प्रतिशत रहने की उम्मीद है बशर्ते सुधार जारी रहें और कारोबारी माहौल सुधरे। विश्व बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री कौशिक बसु ने भरोसा जताया है कि भारत सभी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक तेजी से वृद्धि दर्ज करने वाले देशों की सूची में शीर्ष पर बरकरार रह सकता है। उन्होंने उम्मीद जताई थी कि भारत 2016 में 7-7.5 प्रतिशत की दर से वृद्धि दर्ज करेगा।