विभिन्न बैंकों का पैसा हड़पने वाले उद्योगपति विजय माल्या ने बुधवार को उच्चतम न्यायालय में ऋण के भुगतान की पेशकश की और इसके तहत उसने इस वर्ष सितंबर तक 4000 करोड़ रुपए लौटाने का वायदा किया। माल्या के वकील ने न्यायमूर्ति कुरियन जोसेफ और न्यायमूर्ति रोहिंगटन एफ. नरीमन की पीठ के समक्ष सीलबंद लिफाफे में ऋण भुगतान का प्रस्ताव रखा। वकील ने दलील दी कि ऋण भुगतान को लेकर विभिन्न बैंकों से बातचीत जारी है। माल्या ने अपने प्रस्ताव में इस वर्ष 30 सितंबर तक 4000 करोड़ रुपए का भुगतान करने का न्यायालय से वायदा किया है। बाकी राशि के भुगतान से संबंधित प्रस्ताव भी सीलबंद लिफाफे में मौजूद है। मामले की अगली सुनवाई सात अप्रैल को होगी।