चीन में चल रहे जी-20 और ब्रिक्स के सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की और उनके समक्ष पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद, चीन-पाक आर्थिक गलियारा, एनएसजी में भारत का विरोध सहित कई मुद्दों को स्पष्ट रूप से उठाया। प्रधानमंत्री ने चीनी राष्ट्रपति से कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई 'राजनीतिक कारणों' से प्रेरित नहीं होनी चाहिए। यह बेहद महत्वपूर्ण है कि टिकाऊ द्विपक्षीय संबंध सुनिश्चित करने के लिए हम एक-दूसरे की आकांक्षाओं, चिंताओं एवं रणनीतिक हितों का सम्मान करें।
मोदी से चीन को दो टूक शब्दों में कहा कि आप विश्व का नेतृत्व तो करना चाहते हैं, लेकिन जहां चरमपंथ का सवाल है, खासकार जिस देश के साथ आपके सबसे घनिष्ठ संबंध है, वहां से जो चरमपंथ आ रहा है उस पर आप कुछ नहीं कर रहे हैं। मोदी ने ये भी कहा कि संयुक्त राष्ट्र में जब हम ये मुद्दा उठाते हैं तो आप उसमें भी बाधा डालते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने चीन और पाकिस्तान के बीच बन रहे आर्थिक कॉरिडोर के कश्मीर क्षेत्र से गुज़रने का मुद्दे पर भी चीनी राष्ट्रपति को खरीखोटी सुनाई।