गांवों में टीवी और मोबाइल तो पहुंच गए हैं, लेकिन महिलाओं के प्रति पुरुषों के दृष्टिकोण में रत्ती भर बदलाव नहीं देखने को मिलता है। उनके लिए अभी भी स्त्री सेक्स और बच्चा पैदा करने की मशीन है। कलाकारों के चेहरे के भावों को उन्होंने बखूबी पकड़ा है। कुल मिलाकर 'पार्च्ड' महिलाओं की आंतरिक भावनाओं और पुरुष शासित समाज की झलक अच्छे से दिखाती है।