सरकार द्वारा पुराने नोट बदलवाने की सीमा 4 हजार 500 से घटाकर 2 हजार रुपए किए जाने से जाने से शुक्रवार को तुलनात्मक रूप से बैंकों के बाहर भीड़ कम नजर आई। बैंक अधिकारियों का मानना है कि काले धन को सफेद धन बनाने के लिए कतार में लगने वाले दलालों की संख्या घटी है और अब केवल जरूरतमंद ही बैंक आ रहे हैं। अब ज्यादातर लोग अपने खाते में पुराने नोट जमा करवाने आ रहे हैं, जो पहले भीड़ की वजह से नहीं आ रहे थे। हालांकि एटीएम के बाहर अभी भी कतारें देखने को मिल रही हैं क्योंकि निकासी की सीमा 2 हजार 500 ही है। साथ ज्यादातर एटीएम से 2000 से ज्यादा रुपए नहीं निकल पा रहे हैं। ग्रामीण इलाकों में अब भी लोग परेशान हो रहे हैं।