उत्तर प्रदेश के बनारस में 3 दिन से सियासी संग्राम अपनी चरम सीमा पर था क्या भाजपा, क्या सपा, क्या कांग्रेस और क्या बसपा सभी ने अपनी पूरी ताकत बनारस के किले को अपनी पार्टी के हित में मजबूत करने में लगा डाली है। मोदी के तीन दिन के तूफानी दौरे के बाद भी भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की चिंता कम नहीं हुई है। ऐसा होना लाजमी भी है क्योंकि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिष्ठा बनारस को लेकर दांव पर लगी है। इसी के चलते नरेंद्र मोदी ने 3 दिन का प्रवास बनारस में रहकर प्रचार-प्रसार करने के लिए किया। बकायदा केंद्रीय मंत्रियों की एक टीम पिछले 2 हफ्ते से बनारस के गढ़ को मजबूत करने में जुटे हुए थे।