केन्द्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने राजस्व सेवा के केन्द्रीय उत्पाद शुल्क और सीमा शुल्क के 68वें बैच के अधिकारियों को सोमवार को संबोधित करते हुए कहा कि वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए देश में भी करों की दरें कम करने की जरूरत है। जेटली ने कहा कि अब समय आ गया है कि कर की दरें कम हों जिससे सेवाओं को अधिक से अधिक वैश्विक प्रतिस्पर्धी बनाकर आय को बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि आगे चलकर सेवाओं में यही महत्वपूर्ण बदलाव नजर आएगा। राजस्व बढ़ाने का जिक्र करते हुए जेटली ने कहा कि आने वाले समय में देश में ऐसा वातावरण तैयार करना होगा जिससे लोग नियमों का पालन करें और स्वेच्छा से उचित कर की अदायगी करें। आने वाले दशकों में देश एक ऐसा राष्ट्र बनने जा रहा है, जहां कर को लेकर लोग स्वयं नियमों का पालन करेंगे।