अफगानिस्तान को अपने बलबूते पर कभी खड़े नहीं होने देने की नीति के तहत पाकिस्तान वहां के कट्टरपंथियों और पाक समर्थकों को समर्थन देकर अस्थिरता फैलाता रहता है, इससे वहां के लोगों का जीवन नरक बन गया है। यही कारण है कि पाकिस्तान के भीतर और बाहर उसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन की आवाज अब और तेज हो गई है।
पहले पीओके के मुजफ्फराबाद, फिर बलूचिस्तान और इसके बाद खैबर पख्तूनख्वां में इसको लेकर विरोध के स्वर तेज हो गए हैं लेकिन अब अफगानिस्तान में भी पाकिस्तान द्वारा भेजे गए आतंकियों और उनके ट्रेनिंग कैंपों के खिलाफ लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। अफगानिस्तान के हैरात में विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों का आरोप है कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान में तालिबान को खुलकर समर्थन कर रहा है। हैरात में स्थित पाकिस्तान काउंसलेट के बाहर विरोध प्रदर्शन करने वालों ने पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान का झंडा भी फूंका और यूएई के 5 डिप्लोमटों की हत्या के लिए जिम्मेदार तालिबान के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की।