Sarvapitri Amavasya | पितृ तर्पण विधि | सर्व पितृ अमावस्या श्राद्ध विधि | Pitru Paksha Vidhi Boldsky

Boldsky 2019-09-26

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As per Hindu religion every Amavasya is equally important to worship our ancestors but Amavasya of Ashwin Maas is quite fruitful. It is known as Sarvpitri Amavasya or Mahalaya. It is observed on the last day of Shardha / Pitra Paksh. It is basically observed to bid adieu to our ancestors. Find out more about Sarvpitri Amavasya, importance and puja vidhi here in this video.

महालया या सर्वपितृ अमावस्या: शास्त्रों के अनुसार वैसे तो प्रत्येक अमावस्या पितृ की पुण्य तिथि होती है परंतु आश्विन मास की अमावस्या पित्रों के लिए परम फलदायी कही गई है। इसे सर्व पितृ विसर्जनी अमावस्या अथवा महालया के नाम से जाना जाता है। यह श्राद्ध के महीने में आखरी दिन होता हैं, जो कि आश्विन की आमवस्या का दिन होता हैं, इस दिन सभी तर्पण विधि पूरी करते हैं, इस दिन भूले एवम छूटे सभी श्राद्ध किये जाते हैं। इस दिन दान का महत्व होता हैं । इस दिन ब्राह्मणों एवम मान दान लोगो को भोजन कराया जाता हैं। पितृ पक्ष में पितृ मोक्ष अमावस्या का सबसे अधिक महत्व होता हैं।

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