राजनांदगांव. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार बघेल ने दशहरे के दिन रावण की पूजा की। सर्व आदिवासी समाज के कार्यक्रम में उन्होंने महिषासुर और मेघनाद का शहादत दिवस मनाया। आदिवासी नेता सुरजू टेकाम ने रावण दहन न करने का प्रस्ताव रखा। कार्यक्रम में तय किया गया कि क्षेत्र के 124 गांवों में रावण दहन में कोई भी आदिवासी शामिल नहीं होगा, न ही कोई सहयोग देगा, क्योंकि आदिवासी रावण को अपना पुरखा मानते हैं।