वो काठ के योद्धा होते हैं जिन्हें डर नहीं लगता || आचार्य प्रशांत, युवाओं के संग (2014)

Views 3

वीडियो जानकारी:

संवाद सत्र
१३ सितंबर २०१४
बी.बी.डी.आई.टी, गाज़ियाबाद

प्रसंग:
आचार्य क्या आप को जीवन के सभी रास्ते पूरी तरह स्पष्ट थे?
डर से मुक्ति कैसे पाए?
जीवन में लक्ष्य का निर्णय कैसे करें?
जीवन में कुछ भी शुरुआत करने पर डर लगता है और रास्ता पूरी तरह स्पष्ट नहीं दिखता है क्या करें?
श्रदा का क्या अर्थ है?

संगीत: मिलिंद दाते

Share This Video


Download

  
Report form