वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग
९ अक्टूबर, २०१७
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
प्रसंग:
आचार्य जी, आप साथ रहने पर भी शंका, डर क्यों लगता है?
कभी-कभी ये विचार आते है की आध्यत्मिक ज्ञान से क्या मिलेगा?
आँखे खोलकर जीना क्यों आवश्यक है?
मुझे पुरे जीवन उबाऊ क्यों लगता है?
परेशानी कैसे हटाए?
अंधकार में फँसे रहने का कारण?
संगीत: मिलिंद दाते