वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग, अद्वैत बोध शिविर
२४ जून, २०१७
ऑरा कॉर्बेट रिज़ॉर्ट, उत्तराखण्ड
प्रसंग:
दिलेरी से कैसे जिएँ?
हम दिलेरी से क्यों नहीं जी पाते हैं?
बेधड़क जियो का क्या मतलब है?
कबीर किस तरह जीने की बात कर रहे है?
ज़िन्दगी से सीखना या अनुभव से सीखना एक ही है?
'इस पल में जियो’ का क्या अर्थ?
संगीत: मिलिंद दाते