स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने लोकसभा में बताया है कि देश की तक़रीबन 15 करोड़ की आबादी तरह-तरह मानसिक बीमारियों से जूझ रही है. चिंता की बात यह है कि बीमारियों की पहचान होने के बावजूद ऐसे लोग इलाज से महरूम हैं.
देश की 10 फ़ीसदी से ज़्यादा आबादी मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं है. दूसरे शब्दों में कहें तो देश की तक़रीबन 15 करोड़ की आबादी तरह-तरह मानसिक बीमारियों से जूझ रही है. दुनिया के 200 मुल्को की आबादी इससे कम है।