कुल्लू. बंजार घाटी के दुर्गम गांव नाहीं में महिला का प्रसव करवाने के लिए लोगों को कुर्सी की पालकी बनाकर सड़क तक पहुंचाना पड़ा। इस दौरान लोगों को 3 किमी दूर पगडंडी से गुजरना पड़ा। इस गांव में स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं होने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।