जयपुर. यहां जेएलएफ (जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल) में रविवार को शशि थरूर ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर केंद्र सरकार पर हमला किया। उन्होंने कहा कि मजहब के हिसाब से नागरिकता देना पाकिस्तान की सोच है। महात्मा गांधी की नहीं। सीएए जिन्ना की सोच की तरफ बढ़ने का पहला कदम है। इसके बाद एनआरसी और एनपीआर इसे और आगे बढ़ा रहा है।