कोरोना वायरस को लेकर जहां दुनिया भर में हड़कंप मचा हुआ है जिसके चलते यहां सभी दहशत में जी रहे हैं वहीं सरकार इसके बचाव के लिए कोई उपचार नहीं ढूंढ पा रही है, इसके लिए होम्योपैथिक की दवा ज्यादा कारगर साबित हो सकती है। बेटियां फाउंडेशन की अध्यक्ष रेशमा गुप्ता ने इसके बचाव के सिलसिले में होम्योपैथिक चिकित्सकों से आगे आने को कहा है। उन्होंने कहा कि होम्योपैथी में ही इसकी दवा है जिसके लिए जागरूकता अभियान चलाकर बच्चों को निशुल्क दवा वितरण कराएं। यह एक प्रकार का आरएनए वायरस है जिसे सर्वप्रथम 1960 में खोजा गया था। उन्होंने कहा वायरस से बचाव के लिए इसके लक्षण जानना जरूरी है और पहले से ही ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है उन्होंने टिप्स बताते हुए कहा कि कुछ खाने से पहले अपने हाथ साबुन से अच्छी तरह से साफ करने चाहिए। खांसते अथवा छींकते समय अपनी नाक और मुंह को टिशू पेपर या कपड़े से ढंक कर रखें। जिन्हें सर्दी या फ्लू जैसे लक्षण दिखाई पड़े उनके साथ कभी भी संपर्क बनाने से बचें। मांसाहारी भोजन ना करें, कोल्ड ड्रिंक, आइसक्रीम आदि से परहेज करें। शुद्ध शाकाहारी भोजन करें, साथ ही बच्चों को शुद्ध ताजी रोटी खिलाएं। इसकी बीमारियों के लक्षण के बारे में लोगों को जागरूक करते हुए रेशमा गुप्ता ने कहा कि बिना किसी भेदभाव के लोगों की रक्षा करने के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं को आगे आना होगा।