Faguna Krishna Chaturdashi has a tradition of celebrating Mahashivaratri on Vivaahotsava of Shiva-Gaura to appease Devadhidev Mahadev Lord Ashutosh. Madar, Bilva Patra, in Shivpujan on this day. You should offer bhog-dhatura etc. with the offering of dhatura flowers and other naivedya. Fasting throughout the day and worshiping Lord Shiva in the night. Worshiping of Devadhidev should be done four times in the four hours of the night. According to the scriptures, Dugdheyam Pratham Snamam, Dadhna Chave Secondary. Tertha Ch Tadhagyen, Chaturthi Madhuna and. That is, in the first quarter, the Shivling should be bathed with cow milk, in the second quarter with curd, in the third by ghee and in the fourth by taking a bath with honey, worship Shodashopchar.
देवाधिदेव महादेव भगवान आशुतोष को प्रसन्न करने के लिए फागुन कृष्ण चतुर्दशी को शिव-गौरा के विवाहोत्सव पर महाशिवरात्रि मनाने की परंपरा है । इस दिन शिवपूजन में मदार, बिल्व पत्र, धतूरा पुष्प चढ़ाने से तथा भांग-धतूरा आदि का अन्य नैवेद्यों के साथ भोग लगाना चाहिए। दिन भर उपवास कर रात में श्रीसांब शिवजी का पूजा करनी चाहिए। रात के चार पहर में चार बार देवाधिदेव का पूजन वंदन करना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार दुग्धेम प्रथमम स्नामम्, दधना चैव द्वितीयके। तृतीये च तधाज्येन, चतुर्थे मधुना तथा।। अर्थात प्रथम पहर में शिवलिंग को गो दुग्ध से स्नान कराएं, दूसरे पहर में दही से, तीसरे में घी से और चौथे में मधु से स्नान कराकर षोडशोपचार पूजन करना चाहिए ।
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