Mahashivratri Katha - Dwadash Jyotirling Mahima - महाशिवरात्रि कथा -

Shakti Ambe 2020-02-22

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Listen to this Mahashivratri Katha and Indulge in the bhakti of Shiv Shankar and Get the blessing of Lord Shiva.
इस महाशिवरात्रि कथा को जरूर सुने और ज्यादा से ज्यादा Share कीजिये

Shiv Bhajan - Japlo Japlo Shiv Ka Naam
Singer - Sanjay Pareek
Music - Lovely Sharma
Lyrics - M.S Vairagi
Digital Partner - Vianet Media 
Label: Shakti Ambe
Copyright - Shubham Audio Video

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#Shivratrisong #Shivratri2020 #Mahashivratrikatha

जो मनुष्य प्रतिदिन प्रातः इन ज्योतिर्लिंगों का नाम जपता है उसके सातों जन्म तक के पाप नष्ट हो जाते हैं। जिस कामना की पूर्ति के लिए मनुष्य नित्य इन नामों का पाठ करता है
1.) सोमनाथ ज्योतिर्लिंग: गुजरात : सोमनाथ ज्योतिर्लिंग भारत का ही नहीं अपितु इस पृथ्वी का पहला ज्योतिर्लिंग माना जाता है। ऐसा भी कहा जाता है कि इस शिवलिंग की स्थापना स्वयं चन्द्र देव ने की थी। 
2.) श्री मल्लिकार्जुन : कहते हैं कि इस ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने मात्र से ही व्यक्ति को उसके सभी पापों से मुक्ति मिलती है। 
3.) महाकालेश्वर : महाकालेश्वर की पूजा विशेष रूप से आयु वृद्धि और आयु पर आए हुए संकट को टालने के लिए की जाती है।
4.) ओंकारेश्वर : जिस स्थान पर यह ज्योतिर्लिंग स्थित है, उस स्थान पर नर्मदा नदी बहती है और पहाड़ी के चारों ओर नदी बहने से यहां ऊं का आकार बनता है
5.) केदारनाथ : यह तीर्थ भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। जिस प्रकार कैलाश का महत्व है उसी प्रकार का महत्व शिव जी ने केदार क्षेत्र को भी दिया है।
6.) भीमाशंकर : इस मंदिर के विषय में मान्यता है कि जो भक्त श्रद्धा से इस मंदिर का दर्शन प्रतिदिन सुबह सूर्य निकलने के बाद करता है, उसके सात जन्मों के पाप दूर हो जाते हैं तथा उसके लिए स्वर्ग के मार्ग खुल जाते हैं।
7.) काशी विश्वनाथ : इस स्थान की मान्यता है कि प्रलय आने पर भी यह स्थान बना रहेगा। इसकी रक्षा के लिए भगवान शिव इस स्थान को अपने त्रिशूल पर धारण कर लेंगे 
8.) त्र्यंबकेश्वर : भगवान शिव का एक नाम त्र्यंबकेश्वर भी है। कहा जाता है कि भगवान शिव को गौतम ऋषि और गोदावरी नदी के आग्रह पर यहां ज्योतिर्लिंग रूप में रहना पड़ा।
9.) वैद्यनाथ : भगवान श्री वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग का मन्दिर जिस स्थान पर अवस्थित है, उसे वैद्यनाथ धाम कहा जाता है
10.) नागेश्वर ज्योतिर्लिंग : इस ज्योतिर्लिंग की महिमा में कहा गया है कि जो व्यक्ति पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ यहां दर्शन के लिए आता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है।
11.) रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग : इस ज्योतिर्लिंग के विषय में यह मान्यता है कि इसकी स्थापना स्वयं भगवान श्रीराम ने की थी।
12.) धृष्णेश्वर मन्दिर : भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से यह अंतिम

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