एक बार फिर श्रावस्ती में दो बच्चियों की पानी के तालाब में पैर फिसलने से मासूम लड़कियों की मौत हुई। ग्रामीणों ने कड़ी मसक्कत के बाद दोनों मासूम लड़कियों का निकाला शव। मौके पर पहुची पुलिस ने पंचनामा कर कार्यवाही में जुटी।पूरा मामला जनपद श्रावस्ती के थाना सोनवा के अंतर्गत ग्राम सभा फतुहापुर गांव का है, जहां पर दो बच्चियां बकरी चराने के लिए घर से बाहर निकली और उनका जाना एक पानी के तालाब तक हुआ। जब वहां पहुंची तो दोनों का पैर तालाब के किनारे फिसला और तालाब के पानी में जा गिरी। दोनों बच्चियां निकलने का अथक प्रयास किया, लेकिन नाकाम रही और उसी पानी में चंद मिनटों में हो गई मौत। जब यह सूचना ग्रामीणों को पता चला तो वहां पर काफी लोग इकट्ठा होकर काफी मेहनत मशक्कत के बाद दोनों लड़कियों की लाश को पानी से बाहर निकाला। यही नहीं लगभग 10 से 15 वर्ष के आसपास उम्र बताया जाता है, कि दोनों लड़कियां अपने घर से बकरियों को लेकर कराने के लिए गई थी। परियोजनाओं का कहना है कि इनके साथ किसी का साजिश नहीं है, जो कि संदिग्ध में लाया जाए, यह लड़कियां हमारी अपने आप पानी में नहाने के लिए कूद गई थी और उसी पानी में उन लोगों की मौत हो गई है। इसकी जिम्मेदार स्वयं लड़कियां ही हैं। लेकिन बड़ा सवाल ये है कहीं ना कहीं घर के परिजन अगर अपने लड़कियों को विद्यालय भेजें या उनको शिक्षित करें तो वह कैसे हादसा हो सकता था, लेकिन नहीं अपने बच्चों को आजकल मां बाप विद्यालय से ज्यादा उन से काम लेना पसंद करते हैं। इसीलिए कहीं न कहीं दुर्घटना का आशंका बना रहता है।