सीएए (CAA) यानी सिटिजन अमेंडमेंट एक्ट (Citizenship amendment act) पर विवाद थमने के बजाए लगता है कि बढ़ता ही जा रहा है और अब ये मुद्दा सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं रह गया है। दुनिया के कोने-कोने से इसके प्रति चिंता जताई जा रही है। स्विटजरलैंड के डावोस में आयोजित वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम में ये मुद्दा सिर्फ इमरान खान ने ही नहीं उठाया, बल्कि जाने माने अरब पति और समाज सेवी जार्ज सोरोस ने भी इस मुद्दे को उठाया है। इस तरह लगता है कि सिटिजन एमेंडमेंट एक्ट के बहाने असहिष्णुता का मुद्दा एक बार फिर भारत में जिंदा हो गया है। इस एक्ट के बहाने दुनिया भर के नेता भारत में हो रहे सामाजिक विकास के प्रति चिंता जता रहे हैं। इसी बहाने अब आर्थिक जगत की जानी मैग्जीन द इकनॉमिस्ट ने भी भारत की मोदी सरकार पर तीखा निशाना साधा है।