निर्भया केस...और कितना लंबा चलेगा.. कुछ कहा नहीं जा सकता... क्योंकि गुनहगारों के वकील दलील पर दलील देकर उन्हें बचाने में लगे हैं... और यह कहना गलत नहीं होगा कि इस मामले में राजनीति भी पूरी हो रही है... निर्भया दुष्कर्म मामले में दिल्ली हाईकोर्ट आज अपना फैसला सुनाएगा। बता दें कि मामले में केंद्र ने अदालत में अर्जी दाखिल कर कोर्ट के उस फैसले को चुनौती दी थी जिसमें चारों दोषियों की फांसी पर रोक लगाने का आदेश दिया गया है। इस मामले में हाईकोर्ट ने रविवार को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था जानकारी के मुताबिक दोपहर 2 बजे बाद कोर्ट अपना फैसला सुनाएगा। आज यह भी तय किया जाएगा कि दोषियों को एक साथ फांसी दी जाए या नहीं। मामले में केंद्र सरकार ने कोर्ट में याचिका दाखिल कर कहा था कि चारों दोषी गलत फायदा उठाकर फांसी टालने की कोशिश कर रहे हैं। निर्भया मामले के दोषियों को फांसी दिए जाने में हो रहे विलंब का मुद्दा राज्यसभा में भी गूंजा.. सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि यह अत्यंत संवेदनशील एवं गंभीर मुद्दा है और अदालत के आदेश का यथाशीघ्र कार्यान्वयन किया जाना चाहिए। शून्यकाल में यह मुद्दा उठाते हुए आम आदमी पार्टी के संजय सिंह ने कहा कि चारों दोषियों को मौत की सजा सुनाई जा चुकी है लेकिन सजा की तामील में विलंब होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी हो रही है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। वहीं वकील एपी सिंह ने कोर्ट में जो दलील दी, उसे सुनकर किसी को भी गुस्सा आ जाए.. जी हां वकील एपीसिंह ने कहा कि जल्दबाजी में न्याय का मतलब है न्याय को दफनाना...सिंह ने कहा इस मामले में जल्दबाजी क्यों? जल्दबाजी में न्याय का मतलब है न्याय को दफनाना... इतना ही नहीं सिंह ने कहा कि गरीब, ग्रामीण और दलित परिवारों से संबंध रखते हैं... कोर्ट को इस बात का ध्यान रखना चाहिए...