प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) द्वारा लोकसभा (Lok sabha) में राम मंदिर (Ram Mandir Trust) निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाए जाने की घोषणा करने के बाद उत्तर प्रदेश की सरकार ने भी मस्जिद के लिए 5 एकड़ जमीन दिए जाने की घोषणा कर दी है। यह जमीन सुन्नी वक्फ बोर्ड को जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर सोहावल तहसील के धन्नीपुर गांव में दी जानी है। यूपी सरकार के मंत्री श्रीकांत शर्मा ने बताया कि यूपी सरकार की कैबिनेट ने सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन दिए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। वहीं इस मामले में उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अयोध्या में मस्जिद निर्माण के लिए सुन्नियों को दी जा रही जमीन अगर उनके शिया बोर्ड को मिलती, तो वह उस पर भी राम मंदिर का निर्माण कराता। उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल द्वारा अयोध्या में मस्जिद निर्माण के लिए सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन दिए जाने की मंजूरी के बाद रिजवी ने एक बयान में कहा कि शिया मुसलमान मीर बाकी ने अयोध्या में वह ढांचा बनवाया था। अब उसके बदले में जमीन सुन्नियों को मिल रही है। इसका असल हकदार शिया बोर्ड है। शिया बोर्ड उस पर राम मंदिर ही बनवाता। रिजवी ने कहा कि शिया मुसलमानों ने हमेशा सुन्नियों से दबकर अपनी आवाज नहीं उठायी. जब शिया वक्फ बोर्ड ने अपनी बात सुप्रीम कोर्ट में रखी, तब 71 साल की देर हो चुकी थी। इसकी वजह से आज 5 एकड़ जमीन जो शिया मुसलमानों की होनी चाहिए थी, वह सुन्नियों को मिल रही है। गौरतलब है कि रिजवी पिछले 9 नवंबर को अयोध्या मामले में फैसला आने से बहुत पहले से ही विवादित स्थल को शिया वक्फ की संपत्ति बताते हुए उस पर राम मंदिर का निर्माण कराने के हिमायती रहे हैं।