Alwar Martyr Ajeet Singh Funeral : नक्सलियों से लड़ते हुए अपनी जान न्यौछावर करने वाले अलवर के गंडाला निवासी अजीत सिंह यादव की बुधवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतयेष्टि की गई। अजीत सिंह छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए। 10 फरवरी को नक्सलियों और सीआरपीएफ की कोबरा टीम के बीच हुई मुठभेड़ के दौरान अजीत सिंह सीने में गोली लगने से घायल हो गए। आठ दिन जिंदगी और मौत के बीच लड़ते हुए वेे 18 फरवरी को शहीद हो गए। बुधवार को उनका पार्थिव देह उनके गांव में लाया गया, जहां उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। उनकी अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए। हर किसी की आंखें नम थी। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल था। पत्नी बेसुध हो गई। परिवारजन उन्हें संभालते रहे। 1994 में सीआरपीएफ की कोबरा टीम में शामिल हुए अजीत सिंह ने कई बार नक्सलियों को धूल चटाई। लेकिन 10 फरवरी को ऑपरेशन के दौरान उन्हें गोली लग गई। मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए थे, वहीं छह जवान घायल हो गए थे। जिनमें से मंगलवार को अजीत सिंह यादव पुत्र महेन्द्र सिंह यादव का श्रीनारायणा अस्पताल रायपुर में उपचार के दौरान निधन हो गया। इस मुठभेड़ में एक नक्सली को भी मार गिराया था। शहीद अजीत सिंह यादव दिसम्बर माह में अपनी छुट्टी पूरी कर गए थे।