सीकर। कोरोना की इस वैश्विक आपदा की घड़ी में राजस्थान पत्रिका ने सीकर जिले के उद्यमियों से बातचीत की। उद्यमियों ने कहा कि उद्योग जगत पहले से ही आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा था। कोरोना के बाद तो उद्योगों पर आघात लगा है। सरकार को ऐसे वक्त में उद्योग जगत को संजीवनी देकर कुछ घोषणाएं करनी चाहिए। ताकि कोरोना से निपटने के बाद उद्योग-धंधे जल्द ही पटरी पर आ सके। उद्योगों को सरकार जीरो ब्याज दर पर आर्थिक संबल दें ताकि ऐसी मुश्किल घड़ी से उबरा जा सके। सरकार को अलग-अलग ट्रेड के अनुसार राहत पैकेज की घोषणा करनी चाहिए। कोरोना की वजह से औद्योगिक विकास को जो क्षति पहुंची है उसकी पूर्ति में महीनों-सालों लगेंगे।